इंटरनेट की दुनिया में एक नया एप आता है जो छोटे से अंतराल में काफी मशहूर हो जाता है। इतना कि लोगों के स्मार्टफोन्स के साथ साथ दिलों दिमाग में भी अपनी विशेष जगह बना लेता है, मगर, लोकप्रियता के साथ साथ इस वीडियो शेयरिंग एप्लीकेशन पर काफी बार उंगलिया भी उठायी गयी।
➤ आइए जानते है क्या है पूरा मसला TikTok का !!!
➤ आइए जानते है क्या है पूरा मसला TikTok का !!!
कुछ साल पहले Music.ly नाम से एक एप आया, जो अब TikTok के रूप में ज्यादातर स्मार्टफोन का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला एप बन गया। भारत में इसकी प्रसिद्धि का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत दिसंबर 2019 में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा TikTok यूजर वाला देश बन गया था। इस वीडियो शेयरिंग नेटवर्क का इस्तेमाल करना बेहद आसान होने की वजह से लोग इसे अपने तरह तरह की प्रतिभाओं को दुनिया तक पहुंचाने का जरिया बना लिया। एक अध्ययन के मुताबिक चीन की कंपनी ByteDance का यह प्रोडक्ट पिछले साल के अंत तक फेसबुक को पछाड़ कर दुनिया का दूसरा सबसे अधिक डाउनलोड किया गया मोबाइल ऍप्लिकेशन बन गया था।
लेकिन, इतने कम समय में इतनी बड़ी सफलता पाने वाला TikTok बार बार विवादों का केंद्र भी रहा। पिछले साल किन्हीं डेटा सम्बंधित सुरक्षा कारणों को लेकर अमेरिका में यह ऐप विवादों में रहा। माना जा रहा था की इस ऐप से लाखों अमेरिकी उपभोक्ताओं के आंकड़े चीन तक पंहुचाये गए जो की सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाग है। हालांकि, ByteDance ने इन आरोपों को पलड़ा झाड़ लिया।
The Intercept की रिपोर्ट के अनुसार TikTok के टेक्निकल एक्सपर्ट्स को निर्देशित किया गया की नए यूजर तक सिर्फ वे वीडियोस ही पहुंचाए जाय जिन्हे बेहतरीन व आकर्षक माहौल में शूट किया गया हो। वहीं गरीब, शारीरिक रूप से असक्षम और बदसूरत नजर आने वालों के वीडियोस कम प्ररसारित हो। ऐप के "For You" सेक्शन से उन वीडियोस को किनारे रखे जाने वाले के इन गंभीर आरोपों की कंपनी ने किसी तरह दरकिनार कर लिया।
इतने लोकप्रिय वीडियो साझा करने वाला यह प्लेटफार्म भारत में भी विवादों से अछूता नहीं रहा। अश्लीलता को बढ़ावा देने के व अपने निहित स्वार्थ के लिए सरकारी व अन्य गैर सरकारी चीनी कंपनियों को भारतीय उपभोक्ताओं के डेटा साझा करने जैसे गंभीर आरोप भी इसपर लगे। परिणामस्वरूप, भारत में इस ऐप पर अस्थाई रूप से प्रतिबंध लग गया।
वर्तमान में एक बार फिर भारत में TikTok का मुद्दा सुर्खियों में आया है। अश्लीलता, असामाजिक संदेशो का प्रसार, अफवाह फैलाने कई कारण है जिससे इसके खिलाफ आवाज़ उठ रही है। एक प्रभावशाली टिकटोकर द्वारा डाले गए कुछ आपत्तिजनक कंटेंट ने जन आक्रोश की लड़ी ही लगा दी। इतना ही नहीं हाल ही में कई देशो से करोनाकाल में इस मंच के सहारे गलत सन्देश फैलाये गए।इसके अलावा अनेको सुरक्षा पहलुओं के चलते इसपर पूर्णतया प्रतिबन्ध की मांग ने गति पकड़ ली, जिसकी बदौलत पिछले कुछ दिनों में गूगल प्ले स्टोर पर इस चीनी ऐप को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा । कुछ दिनों पहले तक 4 स्टार वाले इस ऐप की रेटिंग सोमवार सुबह तक यह रेटिंग घटकर 1.3 तक देखी गयी।
बेशक, टिकटोक के प्रयोग के बहुत सारे सकारात्मक पहलु भी है, मगर इसके कुपरिणाम को भी हलके में नहीं ले सकते। किसी ऍप को बैन कर देना भी कोई समस्या का हल नहीं है क्योंकि भारतीयों को अपने इशारे पर नचाने वाला यह अकेला एप्लीकेशन नहीं है। इस देश के युवाओ की प्रोडक्टिविटी को कम करने के लिए कई और भी इस तरह के डिजिटल नशा विदेशों से विशेषकर पडोसी मुल्क के द्वारा परोसे जाते है और हम उसमे लीन हो जाते है। संवेदनशील जानकारियों का गलत उद्देेेश्य के लिए इस्तेमाल होना संभव है, और जहां तक बात है चीन की, तो उसके इरादे तो हमेशा से संंदिग्ध ही रहे है, इस मसले का नतीजा क्या होगा, यह कहना तो मुश्किल है, मगर सुरक्षा के नजरिए से सरकार को कोई ठोस निर्णय लेना ही होगा।
क्या इस देश के युवा अपने लक्ष्य से भटक कर TikTok या इस जैसे ऍप तक ही सिमटकर रह जायँगे? क्या किसी ऐप पर प्रतिबन्ध लगा देना समस्या का समाधान है? क्या सरकार इस और कोई ठोस कदम उठाएगी या चीन अपने इस तरह के एप्प्स के ज़रिये दुनिया में अपना रुतबा कायम रखेगा?
बेशक, टिकटोक के प्रयोग के बहुत सारे सकारात्मक पहलु भी है, मगर इसके कुपरिणाम को भी हलके में नहीं ले सकते। किसी ऍप को बैन कर देना भी कोई समस्या का हल नहीं है क्योंकि भारतीयों को अपने इशारे पर नचाने वाला यह अकेला एप्लीकेशन नहीं है। इस देश के युवाओ की प्रोडक्टिविटी को कम करने के लिए कई और भी इस तरह के डिजिटल नशा विदेशों से विशेषकर पडोसी मुल्क के द्वारा परोसे जाते है और हम उसमे लीन हो जाते है। संवेदनशील जानकारियों का गलत उद्देेेश्य के लिए इस्तेमाल होना संभव है, और जहां तक बात है चीन की, तो उसके इरादे तो हमेशा से संंदिग्ध ही रहे है, इस मसले का नतीजा क्या होगा, यह कहना तो मुश्किल है, मगर सुरक्षा के नजरिए से सरकार को कोई ठोस निर्णय लेना ही होगा।
क्या इस देश के युवा अपने लक्ष्य से भटक कर TikTok या इस जैसे ऍप तक ही सिमटकर रह जायँगे? क्या किसी ऐप पर प्रतिबन्ध लगा देना समस्या का समाधान है? क्या सरकार इस और कोई ठोस कदम उठाएगी या चीन अपने इस तरह के एप्प्स के ज़रिये दुनिया में अपना रुतबा कायम रखेगा?
फिलहाल, यह है आज की वायरल स्टोरी।
क्या है आपकी राय इस पुरे मसले पर ?
दीजिए अपनी प्रतिक्रिया कमेंट के रूप में।
➖✍️शिवम् तिवाड़ी 🇮🇳
अति सुंदर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंशानदार 👌👌
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
हटाएंअति सुंदर मित्र, वास्तविक एवम् यथावत
जवाब देंहटाएंIndra Raj Yadav
हटाएंhamare blog par visit karne ke liye dhanyawad
हटाएंbahit badhiya
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंTiwari ji bhut badiya but mai phle se hi use nahi karta kyoki is apps dwara hamare culture pr viprit prbhav pade h
जवाब देंहटाएंप्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद !
हटाएंकहना चाहूंगा कि प्लेटफॉर्म बुरा नहीं है क्योंकि ऐसे बहुत सारे लोग भी है जो सही तरीके से यूज करके काफी फेमस हुए है । बड़ी बड़ी कंपनियों के लिए अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग का अच्छा माध्यम बन गया है। हर टेक्नोलॉजी का प्रभाव सही या गलत प्रभाव इस बार पर निर्भर करता है कि इस्तेमाल कैसे किया जाता है। और कल्चर पर प्रभाव कि बात तो ये है कि डिमांड भी हम लोगो से ही बढ़ती है, की हम क्या देखना पसंद करते है
Appreciation 👌
हटाएंNice
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंBhot hi saralta se samjaya aapne ki tiktok corona ki koi rishtedar hi h .. isliye m chahuga smasth bhartiya apke vichar ko padhe aur amal me Le.Or is jesi application se jitna ho sake social n physical distancing bnae rakhe.apke sundar vichar desh hit m bhot yogdan karenge esi meri kamna h .jaihind
जवाब देंहटाएंअपनी खूबसूरत प्रतिक्रिया देने के लिए धन्यवाद। इससे मुझे बेहतर लिखने का प्रोत्साहन मिलेगा।
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